Arpita Shrivastava

Arpita has associated with IPTA Raigarh for over two decades. She is a writer and a theatre activist. She has been writing on theatre with varied publications, including Aaghaz Youth Magazine. She is based out of Jamshedpur and keeps travelling to various events related to theatre.

“जाना” यह शब्द जब क्रिया की तरह प्रयोग में आता है तो हमेशा दिल ही तोड़ता है. हम सब का दिल टूटा है, बहुत उदास हैं.  जब आप किसी को जानने की क्रिया में होते हैं तो निश्चित ही यह एक ऐसी यात्रा होती है जिसमें आप बहुत कुछ नयाContinue Reading

समय की रफ़्तार में मशगूल इंसान अपनी रौ में बह रहा है, उस बहाव में जीवन जीने की ललक, कुछ कर गुज़रने का भाव और ज़िंदादिल बने रहने की कोशिश शामिल है. जब हम थोड़ा पीछे मुड़कर उन पलों को याद करते हैं जो हमारे लिए बहुमूल्य पलों के रूपContinue Reading

ललित सहगल के नाटक में षड्यंत्रकारियों के बहाने गांधी जी का चिंतन, जीवन – शैली और उस विचार को अभिव्यक्त किया गया है। जिसमें दोनों पक्षों की जिरह हमें सोचने – विचारने को मजबूर करती है। आपको बताते चलें कि इसमें चार षड्यंत्रकारियों में से एक की असहमति गांधी जीContinue Reading

कल 26 दिसंबर, ’19 को नाट्य समारोह के पहले दिन राजेश कुमार लिखित  नाटक ‘ गांधी ने कहा था ‘  देखा। गांधी जी की डेढ़ सौवीं जयंती मनाने, उन्हें आज के समय में याद करने और आज के समय में जोड़ पाने का इससे बढ़िया कोई अवसर नहीं हो सकताContinue Reading